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lesbian Story: पति के सो जाने पर मैं अपनी ननंद से बुझवाती थी अपनी प्यास, करते थे ये इस्तेमाल

कई लड़कों की दिलचस्पी लड़कियों तो कईयों की लड़कों में होती है। उसी तरह कई लड़कियां भी लड़कियों को ही ज्यादा पसंद करती हैं। मैं अपने पति के बहन को ही पसंद करने लगी थी।
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Lesbian story

Newz Fast, New Delhi मैं एक विवाहित महिला हूं। मेरी शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ है। मेरी शादी में तो किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मैं रिश्ते को मजबूरी में निभा रही हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि मुझे अपने पति से नहीं बल्कि अपनी ननद से प्यार है।

दरअसल, यह बात उस समय की है, जब मैं 8वीं क्लास में पढ़ रही थी। तब मुझे पता चला कि मैं बायसेक्सुअल हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले मैं लड़कों की तरफ आकर्षित होती थी। लेकिन डांस क्लास में एडमिशन लेने के बाद मेरी पूरी जिंदगी बदल गई।

दरअसल, मेरी मां ने मुझे क्‍लासिकल डांस की क्लासेस जॉइन करने के लिए कहा था ताकि मैं लड़कियों जैसा व्यवहार कर सकूं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले मैं बिल्कुल टॉमबॉय टाइप की थी। 

मैंने यहां डांस सीखने वाली लड़कियों को बहुत करीब से नोटिस किया। डांस क्लास ज्वाइन करने के बाद मुझे लड़कियां खूबसूरत लगने लगीं। मुद्रा बनाने के लिए जिस तरह से उनकी बाहें फैलती थीं, वह मुझे बहुत ज्यादा आकर्षित करती थीं। 

उनकी इन्हीं अदाओं ने मुझे मदहोश कर दिया था। सच कहूं तो डांस करते वक्‍त मैं हमेशा दूसरी लड़कियों की नकल किया करती थी। उस दिन से मुझे अहसास हुआ कि मुझे लड़कों से ज्यादा लड़कियों में दिलचस्‍पी है। (सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं, हम यूजर्स द्वारा शेयर की गई स्टोरी में उनकी पहचान गुप्त रखते हैं)

इस बारे में सोचना छोड़ दिया

इस बात ने मुझे सालों तक भ्रमित रखा कि मुझे महिलाएं पसंद हैं या पुरुष। शायद ऐसा इसलिए क्योंकि मैं एक ऐसे परिवार में रह रही थी, जो कभी भी इस बात का समर्थन नहीं करेगा।

यही एक वजह भी है कि मैंने इस बारे में सोचना लगभग बंद कर दिया था। मेरा यह सच जीवन भर एक रहस्‍य बनकर रहा। लेकिन मैं हमेशा होटल के कमरे और खाली कारों में अपनी गर्लफ्रेंड्स के साथ समय बिताती थी।

कॉलेज में एक लड़की पर था क्रश

जब मैं कॉलेज में थी, तो मुझ एक लड़की पर बहुत ज्‍यादा क्रश था। वह बहुत खूबसूरत और दयालु थी। मैं हमेशा उससे दोस्‍ती करना चाहती थी, लेकिन मेरा दिल कुछ और ही चाहता था। हालांकि, मैं जानती थी कि वह बहुत सीधी-सादी है। यही एक वजह भी है कि उसके सामने मैंने कभी अपनी भावनाएं व्‍यक्‍त नहीं की।

लेकिन यह भी सच है कि मैं उसे कभी भी भूल नहीं पाई थी। वह हमेशा मेरे दिल-दिमाग में रहती थी। हालांकि, कॉलेज खत्म होने के बाद मैं लाइफ में बहुत आगे बढ़ गई थी, लेकिन वह लड़की ही थी, जो मेरे साथ हमेशा रही।

एक सुंदर व्‍यक्ति का रिश्‍ता आया

कॉलेज खत्म करने तक मैं 28 साल की हो गई थी। इस बीच मेरे पैरेंट्स मेरे लिए एक परफेक्ट मैच देखने लगे थे। मैं शादी के लिए राजी थी। ऐसा इसलिए क्योंकि मैं जानती थी कि मेरे पास इसके अलावा कोई रास्‍ता नहीं है। हालांकि, शुरूआत में मैंने बहुत से रिश्ते रिजेक्ट कर दिए क्योंकि मुझे उन लोगों में कोई भी दिलचस्‍पी नहीं लगी।

सच कहूं तो वह सभी नीरस और उबाऊ थे। मैं अपने लिए एक ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहती थी, जो मेरे जीवन को बदल सके। लेकिन भगवान ने मेरी सुन ली और मेरे लिए एक सुदंर और हैंडसम व्‍यक्ति का रिश्‍ता आया।