अदाणी एग्री के सात कर्मियों व एक स्टांप वेंडर पर जमीन हड़पने का केस
जाली दस्तावेजों से धोखाधड़ी करने का आरोप, विज के आदेश पर हुई कार्रवाई

Newz Fast, New Delhi गांव नौल्था के किसान और उसके पिता ने अदाणी एग्री लॉजिस्टिक्स कंपनी के सात कर्मियों और एक स्टांप वेंडर पर जाली दस्तावेज बनाकर करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने कंपनी के सात कर्मचारियों और एक स्टांप वेंडर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायत में किसान ने बताया कि आरोपियों ने उसे कोई पेमेंट नहीं दी, लेकिन फर्जी दस्तावेज कोर्ट में पेश कर दिए।
किसान ने सबूतों के साथ फर्जी साबित कर दिया। इसके बाद से आरोपी किसान पर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। किसान का कहना है कि उन्होंने पहले भी पुलिस को शिकायत दी थी
पर पुलिस ने अदाणी एग्री लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लॉजिस्टिक्स कंपनी के सात कर्मियों इसके बाद सीएम और गृहमंत्री को और गुरुग्राम के एक स्टांप वेंडर पर शिकायत भेजी। गृहमंत्री के निर्देश मामला दर्ज किया है।
विशेषज्ञ की जांच में हस्ताक्षरों का नहीं हुआ था मिलान
आरोपियों ने एक झूठा, फर्जी और बिना मालिक के हस्ताक्षरों के इकरारनामा उनकी जमीन को हड़पने के लिए 11 अक्तूबर 2018 को तैयार किया। दीवानी दावा में दो रसीद 11 सितंबर 2019 और 11 अगस्त 2020 की बनाई। जितेंद्र का कहना है
कि वास्तव में न तो इन रसीदों के तहत उसे कोई राशि दी गई है
और न ही रसीदों और इकरारनामे पर उनके हस्ताक्षर हैं। आरोपियों ने उनकी जमीन हड़पने के लिए झूठे दस्तावेज तैयार किए। इस बात का तब पता लगा
जब आरोपियों द्वारा किए गए दीवाने दावे के उसे कोर्ट समन मिला। पेशी के दौरान जितेंद्र ने इन हस्ताक्षरों को झूठा बताया। कोर्ट के आदेशों पर कागजों पर हुए हस्ताक्षरों की एक्सपर्ट से भी जांच करवाई गई, जिसमें हस्ताक्षरों का मिलान नहीं हुआ।