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Sirsa News: पुलिस ने बनाई नशा तस्करों की सूची,हर वक्त पुलिस की रहेगी 210 तस्करों पर पैनी नजर

संपत्ति का ब्यौरा जुटा कर शीघ्र की जाएगी सख्त कानूनी कार्रवाई: डॉ अर्पित जैन
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sirsa news for dug smuglers

Newz Fast, Sirsa नशे के सौदागरों की पूरी तरह से कमर तोड़ने के लिए जिला पुलिस ने नशे में संलिप्त लोगों को सूचीबद्ध कर उनकी गतिविधियों तथा उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्ति की जांच करवाने की पूरी तैयारी कर ली है। 

जिला पुलिस जहां इन नशा तस्करों की हिस्ट्री शीट खोलेगी वहीं उनके द्वारा तस्करी से अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करवाएगी। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन ने बताया है कि जिला के  सभी थानों का 20 वर्ष के एनडीपीएस के रिकॉर्ड का अवलोकन किया गया है।

उन्होंने बताया कि जिन लोगों के खिलाफ 3 या 3 से अधिक मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज है ऐसे लोगों की सूची बना ली गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब जिला पुलिस सूचीबद्ध किए इन 210 मादक पदार्थ अधिनियम में संलिप्त लोगों की संपत्ति की स्थानीय प्रशासन से जांच कराएगी।

 पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन ने बताया कि सूचीबद्ध किए गए लोगों में ज्यादातर कालांवाली, बड़ागुढ़ा, डबवाली, सिरसा,ऐलनाबाद, रोड़ी औंढा तथा रानियां एरिया के नशा तस्कर शामिल है। उन्होंने बताया कि नशे की काली कमाई से अर्जित की गई संपत्ति को जहां अटैच किया जाएगा वहीं नशा के तस्करों द्वारा अवैध रूप से बनाए गए निर्माणों को भी ध्वस्त किया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस संबंध में जिला के सभी थाना प्रभारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने -अपने क्षेत्र के सूचीबद्ध किए गए नशा तस्करों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखें तथा उनके द्वारा नशे की कमाई से बनाई गई संपत्ति का ब्यौरा जुटा कर भेजें ताकि इस संबंध में आगामी कार्रवाई शीघ्र अमल में लाई जा सके।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिला पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ एक विशेष अभियान ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है,जिसके काफी सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला पुलिस जहां नशा तस्करों की धरपकड़ कर रही है, वहीं आमजन को नशे जैसी बुराई के खिलाफ जागरूक भी किया जा रहा है ,जिसके काफी सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं।

 उन्होंने बताया कि नशे के खिलाफ अभियान में आमजन तथा सामाजिक संस्थाओं का बेहतरीन सहयोग मिल रहा है, जिसकी वजह से इस अभियान के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं, और पुलिस ने बीते डेढ़ वर्ष की अवधि के दौरान करोड़ों रुपए के मादक पदार्थ बरामद कर अनेक लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है।