Husband affair: पति ने पहले महिला से बनाए संबंध, अब मेरे साथ किया ये काम

Newz Fast, New Delhi जब आप शादीशुदा जिंदगी की शुरूआत करते हैं, तो आपका मन आने वाले कल की सुनहरी तस्वीरों से सजा होता है। आंखों के सामने न केवल तमाम तरह के सपने होते हैं बल्कि अपने साथी के साथ उन्हें पूरा करने के नए-नए अरमान भी जुड़े होते हैं।
हालांकि, जब आपको पता चलता है कि पति-पत्नी का रिश्ता पूरी तरह से खोखला है, तो आपका किसी पर भी भरोसा करना मुश्किल हो जाता है। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, जिस इंसान पर मैंने सबसे ज्यादा प्यार और विश्वास किया, उसी ने ही मेरी जिंदगी तबाह कर दी।
उसने अपने असली रंगों को सामने नहीं आने दिया
अखिल शुरू से ही शांत किस्म का इंसान था, जिससे मैं पहली बार एक कॉमेडी शो में मिली थी। हमने चार साल तक एक-दूसरे को डेट किया था और फिर परिवार वालों की मौजूदगी में शादी कर ली। मैं उसके प्यार में पूरी तरह पागल थी। उसमें वह हर गुण था, जिसकी मैंने अपने पति के रूप में कल्पना की थी।
हालांकि, उसे सोशल मीडिया में कोई दिलचस्पी नहीं थी न ही उसका कोई प्रोफाइल था। शुरूआत में मेरे लिए यह एक राहत वाली बात रही, ऐसा इसलिए क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि वह बार-बार फोन पर किसी से बात करे या फिर बेवजह सोशल मीडिया में लगा रहे। 30 की उम्र के बाद शादी करने पर क्या-क्या झेलना पड़ता है, इन 3 महिलाओं ने बताई अपनी कहानी
हर बात पर बोला झूठ
एक-दो मुलाकातों के बाद वह मेरे परिवार के साथ भी बहुत आसानी से घुल मिल गया था। ऐसा इसलिए भी क्योंकि उसने बताया था कि उसके माता-पिता तो हैं, लेकिन उन्होंने उसे 19 साल की छोटी उम्र में ही घर से बाहर निकाल दिया था.
केवल इसलिए क्योंकि उसने अपने पिता के गैर कानूनी व्यवसाय में आने से मना कर दिया था। मेरे दिल में यह बात अंदर तक घर कर गई, जिसकी वजह से मैंने कभी भी उससे उसके घरवालों के बारे में बात नहीं की थी।
हालांकि, वह भी कभी अपने परिवार के बारे में कुछ नहीं बताता था। मैंने भी कभी ज्यादा जांच-पड़ताल नहीं की थी, क्योंकि मैं जानती थी कि उसे अपने माता-पिता के बारे में बात करने से बहुत दुख होता है।
सबकुछ अच्छा चल ही रहा था... तभी
हमारी शादी में सब कुछ अच्छा चल ही रहा था कि साल 2019 की एक दोपहर एक महिला मेरे घर आई, जिसने मुझसे पास के मंदिर में जाने के लिए रास्ता पूछा। उसे देखकर मुझे ऐसा लग रहा था कि वह गांव से ताल्लुक रखती है। उसने मुझे बताया कि वह देवी-देवताओं की बहुत पूजा करती है, जिसकी वजह से वह दूर के गांव से यहां आई है।
मैंने उसे पानी और कुछ खाने के लिए अपने घर पर आमंत्रित किया, क्योंकि वह मुझे बहुत थकी हुई लग रही थी। हालांकि, वह चुपचाप बैठी रही लेकिन कुछ देर बाद मैंने उसके साथ मंदिरों और त्योहारों पर बात की। थोड़ी सी बातचीत के बाद वह मेरे घर से चली गई। मेरी कहानी: मैंने पति को उसे कार में चूमते हुए देखा और मेरे होश उड़ गए
एक झटके में मेरा सब बदल गया
मैंने अखिल को भी इस बारे में सबकुछ बताया था। वह मेरी दयालुता को प्रोत्साहित करते हुए मुस्कुरा रहा था। हालांकि, एक हफ्ते बाद यानी रविवार के दिन जब मेरे पति अपनी पसंदीदा करी रेसिपी बना रहे थे, वही महिला हमारे दरवाजे पर एक बच्चे के साथ आई।
वह पूरी तरह बर्बाद लग रही थी। उसका चेहरा पूरी तरह आंसुओं से सना था। ऐसे में जब मैं दरवाजा खोलने के लिए आगे बढ़ी, तो अखिल भी मेरे पीछे आया और उस महिला को देखते ही अचानक उसके चेहरे का रंग उतर गया।
वह एक कदम से पीछे हट गया जैसे उसने कोई भूत ही देख लिया हो। महिला एकदम चुप थी और वह बिना एक शब्द कहे हमारे घर में घुस गई। मैं यह सब देखकर पूरी तरह घबरा गई।
उसने मुझे पूरी तरह से तोड़ दिया
वह बोली 'अनिमेश…तुम घर कब आओगे। अपने परिवार की देखभाल कब करोगे? आपको पता भी है कि आपका बच्चा कितना बड़ा हो गया है। आपके माता-पिता कैसे हैं। इसी दौरान उसने मेरी तरफ गुस्से से देखा और मुझसे पूछा कि मैंने उसके पति को क्यों चुराया। मुझे इन बातों पर विश्वास ही नहीं हुआ कि वह सब क्या कह रही है।
उसने मुझसे आगे कहा, 'तुम्हारे बगल में जो आदमी खड़ा है, वह मेरा पति है। हमने बलमपुर में शादी की थी, जोकि एक भव्य समारोह था। वह अखिल नहीं अनिमेष हैं।'
उसने मुझे अपनी शादी की कुछ तस्वीरें दिखाईं, जिसमें वह वास्तव में अखिल था। मैंने उसकी तरफ देखा और वह सिर झुकाए वहां खड़ा था। वह मेरे अलावा न केवल किसी का पति था बल्कि एक पिता भी था।
उस महिला के बगल में एक छह साल की बच्ची भी खड़ी थी, जोकि अखिल की बेटी थी। महिला ने फिर उन तस्वीरों को जमीन पर फेंक दिया और चिल्लाकर कहा 'तुम्हारी मां मर चुकी है। तुम्हारे पिता भी मर रहे हैं।
यदि आप उनसे एक बार मिलना चाहते हैं, तो अभी हमारे साथ वापस चलें। आपने जो कुछ भी किया है, वह सब कुछ माफ कर दिया जाएगा। लेकिन एक शर्त पर अगर आप फिर कभी इस महिला से न मिलें।'
उसने मुझे चुना लेकिन...
उस महिला द्वारा बोली गई लाइनें आज भी मेरे कानों में गूंजती है। मेरा पति एक धोखेबाज इंसान था। उसका एक अच्छा खासा परिवार था, जिसके बाद भी उसने मुझसे शादी की। मैंने उससे किसी भी तरह की सफाई नहीं मांगीं।
मैंने उससे तभी अपना घर छोड़ने के लिए कहा। हालांकि, वह मेरे साथ रहना चाहता था, लेकिन मैं कभी भी ऐसे व्यक्ति के साथ नहीं रहना चाहती, जिसने शादी जैसे पवित्र रिश्ते की शुरूआत ही झूठ से की हो।
अगले ही महीने मैंने अपने वकील को तलाक के कागज भेजने के लिए कहा। मैं अब उस आदमी को एक मिनट भी बर्दाश नहीं कर सकती थी। उसकी वजह से मेरा पूरा परिवार तबाह हो गया था। इस घटना ने मुझे पूरी तरह से बदल दिया। मैं नहीं जानती कि मैं इससे उबर पाऊंगी भी या नहीं।