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अंबाला में पेपर सॉल्वर गैंग के 11 गुर्गे कंप्यूटर सेंटर से दबोचे

केवीएस में टीजीटी की नियुक्ति के लिए 18 फरवरी को हुआ था पेपर

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paper solver

Newz Fast, New Delhi केंद्रीय विद्यालय संगठन में टीजीटी अध्यापकों की नियुक्ति के लिए ऑनलाइन परीक्षा करवाने वाला पेपर सॉल्वर गैंग अंबाला पुलिस के हत्थे चढ़ा है।

गैंग से जुड़े 11 आरोपियों को पुलिस ने हिसार रोड स्थित सार्थक आईटीआई में किराये पर लिए कंप्यूटर सेंटर से दबोचा। सीआईए टीम ने 18 फरवरी को सेंटर पर छापामारी की थी।

पकड़े गए शातिर अपने-अपने मोबाइलों के जरिये लिंक को दूसरे स्थानों पर बैठे अपने साथियों को भेज रहे थे। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वह पेपर को एएमएमवाईवाई एडमिन सॉफ्टवेयर नाम के रिमोट सर्वर द्वारा सॉल्व करवा रहे थे।

पात्रता परीक्षा का पेपर देने आए आवेदकों के साथ मिलीभगत व मोटी रकम वसूलकर यह गैंग काम कर रहा था।

मोटी रकम लेकर पेपर हल करवाए

पुलिस ने बताया कि आरोपी काफी आवेदकों से मोटी रकम लेकर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर पेपर सॉल्व करवाते थे। वह सॉफ्टवेयर की मदद से सेंटर पर बैठकर पहले किसी अन्य केंद्रों पर पेपर दे रहे आवेदकों के कोड को रिसेट करते थे।

इसके बाद अन्य कोड से पेपर खुलवाकर मोबाइल से लिंक भेजकर पेपर हल करवा रहे थे। कार्रवाई के दौरान महिला थाना प्रभारी एसआई सुरेंद्र कौर व सीआईए की टीमें शामिल थीं।

ये हैं 11 आरोपी : आरोपियों में सोनीपत के बड़ा गांव निवासी हरदीप, झज्जर से नितेश, भिवानी से कुलदीप, मनजीत, विनोद, हरीश और उधमपुर निवासी सुरेंद्र, जींद से धीरज, पानीपत से अनिल मलिक, करनाल से विकास कल्याण व राजस्थान का राम अवतार शामिल है।

सेंटर में बैठे व्यक्ति मोबाइल से भेज रहे थे लिंक पुलिस ने नसीरपुर हिसार रोड स्थित आईटीआई में किराये पर खुले सेंटर पर छापामरी की तो उन्होंने मेन गेट के पास ही कमरे में गैंग के लोगों को दबोचा।

वह अपने-अपने मोबाइल से लिंक दूसरे स्थानों पर बैठे अपने साथियों को भेजकर पेपर सॉल्व करवा रहे थे। पुलिस ने सभी के पास से मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किया।